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Bank Reconciliation Statement In Hindi – बैंक समाधान विवरण

Bank Reconciliation Statement

Bank Reconciliation Statement

Hello दोस्तों ! Accounting Seekho में आपका स्वागत है। आज के इस article में हम जानेंगे कि Bank Reconciliation Statement क्या होता है? इसे क्यों बनाया जाता है?इसके अलावा अलग-अलग topic से related बहोत से article पहले से ही हमारी website पर हैं, आप चाहें तो उन्हें भी पढ़ कर अच्छे से समझ सकते हैं, तो आइये सबसे पहले जानते हैं Meaning Of Bank Reconciliation Statement In Hindi के बारे में।

Meaning Of Bank Reconciliation Statement –

Bank Reconciliation Statement को हिन्दी में “बैंक समाधान विवरण” कहते हैं। जो भी firm या company होती हैं उनका bank में एक current account ज़रूर होता है, और यह इसलिए open किया जाता है ताकि बिना किसी limit के bank से related सारे transaction easily या आसानी से किये जा सकें। अब जैसा कि हम सभी जानते हैं कि एक business में बहोत सारे transaction होते हैं। इसमें बार-बार Cash deposit होता है और कई बार अलग-अलग लोगों को bank से ही payment करनी होती है। तो इसको maintain करने के लिए company या firm की जो Cash Book होती है उसमें Cash के column के साथ-साथ एक bank का भी column होता है।

तो अब होता यह है कि Cash के जितने भी लेन-देन होते हैं उन्हें Cash के column में और bank से जितने भी transaction होते हैं उन्हें bank के कॉलम में लिखा जाता है। इसी तरह bank में जो company का account होता है, वो अपने यहाँ bank passbook में record करते हैं, पर कभी-कभी ऐसा हो जाता है कि हमारे Cash book का balance bank की passbook से match नही करता है या दोनों का balance बराबर नही आता है, तो इसे हो ठीक करने के लिए या यूँ कहें इसका पता लगाने के लिए की आखिर यह दोनों balance बराबर क्यों नहीं हैं? इसके लिए एक statement बनाया जाता है जिसे हम Bank Reconciliation Statement कहते हैं। इसे short में BRS भी कहते हैं।

Definition Of Bank Reconciliation Statement –

“Bank Reconciliation Statement is a statement prepared mainly to reconcile the difference between the ‘Bank Balance’ shown by the Cash Book and Bank Pass Book.”

इसका मतलब यह है कि बैंक समाधान विवरण एक ऐसा विवरण होता है जो bank balance को मिलाने यानी cash book और bank pass book के total में होने वाले difference को reconcile या मिलाने के लिए prepare किया जाता है।

आसान शब्दों में कहें तो – Cash Book और Bank Pass Book के total में जिन-जिन कारणों से अन्तर या difference आता है उसे बताने के लिए जो विवरण तैयार किया जाता है, उसे ही बैंक समाधान विवरण या Bank Reconciliation Statement” कहते हैं।

दोस्तों आज के इस article में इतना ही,उम्मीद करता हूँ आपको यह article पसन्द आया होगा। अब आप समझ गए होंगे कि “बैंक समाधान विवरण” किसे कहते हैं? What Is Bank Reconciliation Statement? इसका क्या मतलब होता है? Meaning Of BRS? इस article को आप Facebook या Whatsapp के through अपने दोस्तों को भी Share करें।

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