Accounting के मुख्य पांच प्रकार नीचे दिए गए हैं –
1. Financial Accounting (वित्तीय लेखांकन) –
Financial Accounting में वे सारे चीज़े आती हैं जो एक business को financial information देते हैं यानी इसमें वे सारे transaction आते हैं जो हम Accounts के Rules and Regulations के according उसे record करते हैं। Financial Accounting का main purpose यह होता है कि सारे transactions को एक systematic manner में record करना, Profit and Loss Account को prepare करके एक particular period का Profit या Loss का पता लगाना, साथ ही Balance Sheet बनाकर business की Financial Position का पता लगाना होता है। इस तरह Financial Accounting Management और interested parties को information provide करती है। इस तरह इसमें Journal, Ledger, Trial Balance, Trading and Profit & Loss Account और Balance Sheet बनाये जाते हैं।
2. Cost Accounting (लागत लेखांकन) –
Cost Accounting उन्हीं firm में की जाती है जो कुछ manufacture करते हैं या कोई production करते हैं। Cost Accounting से हमें यह पता चलता है कि कितने material लग रहे हैं? Labor की Cost क्या आ रही है? इसके अलावा क्या-क्या Expenses हो रहे हैं? इन सारी चीज़ों का पता चलता है। Cost Accounting के basis पर unnecessary cost को रोका जा सकता है और उसपर Controlling की जा सकती है। Cost Accounting का main purpose किसी product की Total Cost और उसकी Per Unit Cost का पता लगाना होता है। इस तरह Cost Accounting business के operations और उसको Control करने में Management की help करती है।
3. Management Accounting (प्रबन्धकीय लेखांकन) –
Management Accounting में Financial Accounting और Cost Accounting से जो information मिलती है या जो output मिलते हैं उनको manage किया जाता है। इनकी report prepare की जाती है और management की planning, controlling और उसके operations को handle किया जाता है जिससे important decisions लेने और उसके objectives को पूरा करने में help मिलती है। इसमें management accountant अलग-अलग techniques और concepts को उसे करके accounting data को और useful बनाते हैं। इसमें planning, ratio analysis, budgetary control और cash flow statement आते हैं।
4. Tax Accounting (कर लेखांकन) –
Tax Accounting वह accounting है जो Tax की calculation के लिए की जाती है यानी Income Tax और GST की calculation और computation की जाती है।
5. Social Accounting (सामाजिक लेखांकन) –
Business के लिए जो facilities हमें मिल रहीं हैं जिनसे हमारा business चल रहा है वह हमें society provide करती है। इसमें यह identify करना कि society की need क्या है, उसको measure करना, communicate करना, feedback लेना यह सब शामिल होता है।इसमें उस cost की accounting की जाती है जो society के need के लिए contribute की जाती है।
आज के इस आर्टिकल में मैंने आपको बताया – Types of Accounting in Hindi इससे पहले मैंने Accounting और Objectives of Accounting के बारे में भी बताया है। अगर आप Book-Keeping, Journal या फिर Ledger के बारे में भी जानना चाहते हैं तो इस पर Click करके इसे भी अच्छे से समझ सकते हैं।
उम्मीद करता हूँ यह आर्टिकल आपको पसन्द आया होगा, अगर आपको कोई knowledge मिली हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी share करें। इस तरह के और भी Articles पढ़ने के लिए नीचे दिए हुए Link पर Click कर सकते हैं।
Thanks