Business Environment में सबसे पहले हमें इसकी meaning के बारे में पता होना चाहिए कि Business Environment का क्या मतलब होता है। यह दो शब्दों से मिलकर बना है Business (व्यवसाय) + Environment (पर्यावरण)।Business यानी व्यवसाय का अर्थ उन सभी मानवीय आर्थिक क्रियाओं से है जो वस्तुओं तथा सेवाओं के उत्पादन तथा वितरण के लिए की जाती हैं, जिसका उद्देश्य पारस्परिक हित व लाभ कमाना होता है। इस तरह मनुष्य के द्वारा धनोपार्जन के लिए की जाने वाली सारी क्रियाएँ व्यवसाय के अन्तर्गत आती हैं, व्यवसाय में केवल उन्हीं मानवीय क्रियाओं को शामिल किया जाता है जो समाज की विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए की जाती है। Environment का मतलब होता है हमारे आस पास की चीज़े, हम जहाँ रहते हैं। पर अगर Business के Environment की बात करें तो business के आस पास की वह सारी चीज़ें कि वह किन-किन चीजों से घिरा है हुआ है, वह सब अगर हम एक में मिला दें तो इसे हम Business Environment कहते हैं।
जैसे human being का अपना एक Environment होता है कि मौसम कैसा है? Winter है या summer season है उसी हिसाब से कपड़े पहनते हैं, अगर हम survive करना है तो हमे अपने Environment को समझना पड़ता है और उसी तरीके से हम अपने आप को adjust करते हैं, इसी तरह Business का भी अपना एक Environment होता है surrounding होती हैं। इसमे जैसे- Government की अलग-अलग policies, customers क्या चाहते हैं, suppliers के बारे में जानना आदि।
Definition (परिभाषा) –
रेनकी एवं शॉल के अनुसार-
“व्यावसायिक पर्यावरण से आशय उन समस्त बाह्य घटकों का योग है जिनके प्रति व्यवसाय अपने को अनावृत्त करता है तथा प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित होता है”
प्रो. आर. एल. पाटनी के अनुसार-
“व्यावसायिक पर्यावरण से आशय उन समस्त बाह्य शक्तियों से है जो व्यवसाय कार्य को प्रभावित करती हैं।”
अगर Business Environment के बारे में proper knowledge हो कि customer किस तरह से अपनी demand change करता है, technology किस तरह से बदलने वाली है, हमारा competitor future में क्या नया लेकर आने वाला है ये सभी Business Environment का ही part है। अगर हम इन सभी के बारे में पहले से ही समझ लें तो कुछ steps लेकर हम अपने business को बढ़ा सकते हैं।
इस प्रकार हम ये कह सकते हैं कि Business Environment का सीधा मतलब है हमारे आस-पास की सारी चीज़ों को पूरी तरह समझना और उसके बारे में जानकारी रखना जैसे- customer क्या चाहते हैं? हमारे competitors कौन हैं? Government की क्या policies हैं? ये सारी चीज़ें जो directly या indirectly हमारे business पर impact डालती हैं ये Business Environment में आती हैं।
दो factors से मिलकर Business Environment बनता है जो निम्नलिखित हैं –
- Internal Environment (आन्तरिक पर्यावरण) –
इसमें व्यवसाय को प्रभावित करने वाले आन्तरिक तत्व शामिल होते हैं जिनको control किया जा सकता है यानी ये business के नियन्त्रण में रहते हैं। जैसे business के objectives, उसकी planning और तरह-तरह को policies जो वे बनाते हैं, ये सारी चीज़ें business के नियंत्रण में होती हैं। इसमें भी problems आती रहती हैं इसलिए business के Internal Environment की पहचान करना उसे अच्छे से समझना किसी भी business की पहली responsibility होती है। इसके द्वारा business की Strength (ताकत) और Weaknesses (कमज़ोरियाँ) का पता चलता है। इस प्रकार व्यवसाय की सफलता के लिए व्यवसाय के Internal Environment को अच्छे से समझना ज़रूरी है।
- External Environment (बाह्य पर्यावरण) –
किसी भी Business के Environment पर बहोत सारे बाह्य तत्वों का भी प्रभाव पड़ता है जिन्हें control नहीं किया जा सकता है। इसमें आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक, तकनीकी और प्राकृतिक तत्व भी शामिल होते हैं, जिनका business ओर गहरा प्रभाव पड़ता है और ये नियन्त्रण के बाहर होते हैं। इससे business के अवसरों और चुनौतियों का भी पता चलता है जिनका विश्लेषण किया जाता है।
तो इस article में मैंने आपको बताया कि Business Environment meaning in Hindi, Definition of Business Environment in Hindi, इन सारी चीज़ों के बारे में आप जान चुके हैं –
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What is Business Economics in Hindi? – प्रबन्धकीय अर्थशास्त्र किसे कहते है ?
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