What is Marketing in Hindi? – मार्केटिंग क्या है ?

what is marketing in hindi by Accounting Seekho
Introduction (परिचय) –

जब भी Marketing की बात आती है तो हमें यही लगता है कि Marketing का मतलब Advertising या Promotion होता है पर इसका मतलब सिर्फ यही नहीं है, असल में Advertising और Promotion Marketing के ही type हैं। Marketing को हिन्दी में ‘विपणन’ कहते हैं। इसमें बहोत सारी क्रियाएँ आती हैं। यह एक continuous process है। इसमें Advertising (विज्ञापन), Distribution (वितरण), Selling (बिक्री) शामिल हैं। इसका सम्बन्ध ग्राहकों की आवश्यकताओं के पता लगाने और सफलतापूर्वक किसी product या service का उत्पादन करने से है। मार्केटिंग की ज़रूरत एक छोटे से business man से लेकर बड़ी-बड़ी companies को पड़ती है, इसी के द्वारा वे अपने products या services को customer तक पहुँचाते हैं।

Meaning of Marketing (मार्केटिंग का अर्थ) –

Marketing का सीधा मतलब है अपने products या services को market में लोगों तक पहुँचाना, सारी कम्पनियाँ अपनी sales को बढ़ाने के लिए मार्केटिंग करती हैं। किसी product की मार्केटिंग किये बिना हम ये चाहें कि हमारा product ज़्यादा sell हो तो यह सम्भव नही है, उस product के बारे में लोगों को बताना ज़रूरी है तभी लोग उस product के बारे में जान पाएँगे। जो भी कम्पनी customer की ज़रूरतों के हिसाब से product को बनाती है और उसे sell करती है वह बाकी कम्पनियों की तुलना में ज़्यादा profit कमाती है और grow भी करती है। इस प्रकार Marketing का मतलब सबसे पहले ग्राहकों की ज़रूरतों को समझना कि उन्हें क्या चाहिए? किस Price (मूल्य) पर चाहिए? उसके हिसाब से product को sell किया जाता है।

Definition of Marketing (मार्केटिंग की परिभाषा) –

नीचे कुछ विद्वानों द्वारा मार्केटिंग की परिभाषा दी गयी है जिसे हम आसानी से समझ सकते हैं –

According to Philip Kotler –

“Marketing is a social and managerial process by which individuals and groups obtain what they need and want through creating and exchanging products and value with other.”

According to American Marketing Association –

“The performance of business activities that direct the flow of goods and services from producer to consumer/user.”

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Elements of Marketing OR 4 P’s of Marketing –

इस Marketing process में 4 element होते हैं जिन्हें हम 4 P’s भी कहते हैं। ये Marketing के pillars हैं, इनकी help से हम Marketing को easily समझ सकते हैं, जो निम्नलिखित हैं –

  • Product –

आज ऐसा नही है कि कम्पनी जो मन चाहे वह product बनाकर उसे sell कर सकती है। आज के time में एक कम्पनी जो भी product बनाती है तो उस product को बनाने से पहले वह एक survey या market research  करती है कि एक product में customer क्या चीज़े ढूंढ रहा है? उसको उस product में क्या-क्या चीजें चाहिए। इस तरह हर कम्पनी survey करती है और customer की need को identify करती है और उसी के हिसाब से वह अपने product को बनाती है।

  • Price –

जब product ready हो जाता है तो उसके बाद ये decide किया जाता है कि उस product की क्या Price होगी? Price सही भी होनी चाहिए क्योंकि इस price का product की selling पर असर पड़ता है। कोशिश करनी चाहिए कि कम से कम price में Best Quality के product दे सकें जिससे कि Brand का नाम भी होगा और लोग automatic product को recommend करेंगे। अगर product अच्छा है और उसकी market research की गई है तो उसका price बढ़ाया जा सकता है यानी किसी भी product की price को market research करके ही decide किया जाता है, और इसे decide करने की अलग-अलग strategy भी होती हैं। कभी-कभी उस product पर कुछ offers या discount वगैरह भी दिए जाते हैं जिससे कि customer लालच में आकर उसे purchase करता है।

  • Place –

किसी भी product को तैयार करने के बाद उसे customer तक कैसे पहुँचाना है ये decide किया जाता है। इसके लिए एक स्थान निर्धारित किया जाता है ताकि सही समय पर सही जगह पहुँचाया जा सके। अलग-अलग distribution channel के through product deliver किया जाता है। इसमें whole seller और retailer आते हैं

  • Promotion –

किसी भी product की Marketing करने के लिए उसे ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक products की जानकारी देने के लिए products को promote करना होगा, क्योंकि product खरीदने से पहले लोगों को उसके बारे में जानना ज़रूरी है। इसमें बहोत सारी चीज़ें आती है कि customer को किस तरह से product के बारे में बताया और उस तक पहुँचाया जा सके। Advertisement के through लोगों को information दी जाती है। किसी भी advertisement के तरीके में कोशिश ये होनी चाहिए कि कम पैसे में अपने products को ज़्यादा से ज़्यादा audience को दिखा पाएँ। after sale service या warranties से product की selling बढ़ती है। आजकल तो products और services को लोगों तक पहुँचाने के लिए social media और whatsapp के द्वारा लोगों को जानकारी दे सकते हैं।

तो इस article में मैंने आपको बताया कि Marketing किसे कहते हैं? Meaning and Definition of Marketing in Hindi

उम्मीद करता हूँ इस article से आपको कुछ knowledge मिली होगी, अगर आपको कुछ समझ में आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी ज़रूर share करें।

Thank You !

What is Management in Hindi – प्रबन्ध का अर्थ ?

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