Difference Between Bills Of Exchange And Promissory Note In Hindi

Difference Between Bills Of Exchange And Promissory Note In Hindi
Difference Between Bills Of Exchange And Promissory Note In Hindi

Hello दोस्तों ! Accounting Seekho में आपका स्वागत है। आज के इस article में हम जानेंगे “Bills Of Exchange” और Promissory Note” के difference के बारे में कि इन दोनों में क्या-क्या अन्तर होता है। अगर आपको इन दोनों के बारे में अच्छे से पता नही है तो इसको separate article में मैं इसे explain कर चुका हूं कि यह कैसा document होता है? इसे क्यों बनाया जाता है? इसमें कौन-कौन सी parties involve होती हैं (Parties Involve In Bills Of Exchange). इसे समझने के लिए आप इससे पहले के article को पढ़ सकते हैं। इसके अलावा अलग-अलग topic से related बहोत से article पहले से ही हमारी website पर हैं, आप चाहें तो उन्हें भी पढ़ सकते हैं, तो आइये एक-एक point के through इनके differences को clear करते हैं।

Bills Of Exchange में तीन parties involve होती हैं- (l)- Drawer जो Bill लिखता है। (ll)- Acceptor जो इसकी acceptance देता है इसे Drawee भी कहते हैं। (lll)- Payee – payee वह होता है जिसे due date पर payment receive होती है। जबकि

Promissory Note में हमें सिर्फ दो party ही देखने को मिलती है। (l)- Maker जो Promissory Note को बनाता है या लिखता है उस पर अपनी sign करता है। (ll)- Payee जिसे due date पर payment मिलती है।

Bill Of Exchange में bill Creditor लिखता है। Creditor means लेनदार जिसे पैसे मिलते हैं। जो Seller होता है उसे ही creditor कहते हैं। जबकि

Promissory Note Debtor लिखता है। Debtor का मतलब होता है देनदार जिसे पैसे pay करने हैं या देने हैं, तो यह buyer बनाता है जो goods purchase करता है।

Bill Of Exchange में जो bill बना रहा है वह एक order देता है कि मुझे payment दो। जबकि

Promissory Note में buyer promise करता है अर्थात वादा करता है कि वह उसे दी हुई date पर payment कर देगा।

Bill Of Exchange में acceptance बहोत ज़रूरी होती है। जब seller bill लिखता है तो purchaser उसे accept करता है तभी वह legal होता है।जबकि

Promissory Note में किसी acceptance की ज़रूरत नही होती है। जो bill लिख रहा है वह खुद इसे pay करने का promise करता है तो किसी तरह की कोई acceptance की ज़रूरत ही नहीं है।

Bill Of Exchange में drawer खुद payee हो सकता है या किसी और को payment लेने के लिए बोल सकता है। जबकि

Promissory Note में जो इसे prepare कर रहा है वह सामने वाले person को pay करने का वादा करता है तो वह खुद अपने आपको payment नहीं कर सकता है यानी वह खुद payee नहीं हो सकता है।

दोस्तों आज के इस article में इतना ही,उम्मीद करता हूँ आपको यह article पसन्द आया होगा। अब आप समझ गए होंगे कि Bills Of Exchange और Promissory Note में क्या difference होता है?  तो इस article को आप Facebook या Whatsapp के through अपने दोस्तों को भी Share करें।

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