Hello दोस्तों ! Accounting Seekho में आपका स्वागत है। आज का हमारा article Business Communication के बारे में है और इस article में हम जानेंगे Seven (7) C’s Of Business Communication In Hindi के बारे में, अब ये Seven C’s क्या होते हैं? Communication में हम इसका इस्तेमाल कैसे करते हैं? इसके बारे में हमें जानना बहोत ज़रूरी है तभी हम अपनी Communication Process को और effective बना सकते हैं। आइये अब इसकी Meaning, Definition के साथ-साथ इन Seven C’s को भी अच्छे से समझते हैं।
Meaning Of Seven C’s Of Communication –
दोस्तों यह Seven C’s Of Communication में Seven points होते हैं जो किसी भी effective communication के लिए बहोत ही important होते हैं। अब ये जो Seven Points होते हैं यह ‘C’ से ही शुरू होते हैं, इसीलिए इसे Seven C’s कहा गया है। आइये इसको एक definition के through अच्छे से समझते हैं।
Definition Of Seven C’s Of Communication –
“The Seven C’s of communication are a list of principles for written and spoken communication to ensure that they are effective. It is a guideline that ensures effective communication by functioning as a checklist.”
(यह seven C’s of communication लिखित और बोली जाने वाली संचार के सिद्धांतों की एक सूची है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे प्रभावी हैं। यह एक दिशानिर्देश है जो एक चेकलिस्ट के रूप में कार्य करके प्रभावी संचार सुनिश्चित करता है।)
What Is Seven C’s Of Communication –
दोस्तों business में जो भी communication किया जाता है, इसमें अगर एक manager किसी को कोई बात बताना चाहता है या अपने employees से वह कुछ communicate करना चाहता है अब इसमें कोई message, information, thought या फिर कोई idea कुछ भी हो सकता है, उस manager को message deliver करते वक़्त इन्हीं Seven C’s को ध्यान में रखना होगा। अब अगर वह चाहता है कि वह जो भी message या information receiver तक पहुँचाना चाहता है वह उस message को उसी तरह समझे जैसा कि Sender उसे समझाना चाह रहा है तो इसके लिए Sender को इन्हीं Seven C’s का इस्तेमाल करना पड़ेगा तभी Communication Effective होगा। Seven C’s Of Communication को “Principles Of Effective Communication” भी कहते हैं, तो आइए अब जानते हैं कि ये आखिर Seven C’s Of Communication होते क्या हैं?
Clarity :-
Communication का पहला C start होता है Clarity से। अब Clarity का सीधा मतलब यह है कि जो भी message या information आप किसी को देना चाहते हैं या कोई बात बताना चाहते हैं, तो वह message या बात आप उस person को किस लिए बात रहे हैं? आपका goal या purpose क्या है? आप सामने वाले से क्यों communicate कर रहे हैं? तो यह सारी चीज़ें आपको clear होनी चाहिए या यूँ कहें आपको clear पता होना चाहिए कि आपको क्या message देना है तभी communication effective होगा और receiver भी उस बात या उस message को आसानी से समझ पाएगा।
Completeness :-
Completeness से मतलब यह है कि जो भी Communication किया जा रहा है वह Complete होना चाहिए। जो बात आप किसी को बता रहे हैं या जो facts आप अपने receiver या audience को deliver कर रहे हैं तो वह complete दें ताकि वे उसे अच्छे से समझ पाएं, अब ये नहीं कि आधी-अधूरी information देकर audience को और confuse कर दें। आपका communication जब complete होगा तभी आप उनसे positive feedback पा सकते हैं और communication को effective बना सकते हैं।
Conciseness :-
Communication करते वक़्त आप जो भी message या information दें उसमें कम से कम शब्दों का use करें ताकि जो receiver है वह उस message को अच्छे से समझ पाए। अगर message written में है तो कोशिश करें उसे कम से कम शब्दों में explain करने की, और अगर कोई lecture या speech दे रहे हैं तो वह बहोत ज़्यादा लम्बा न हो जिससे कि जो audience उसे सुन रही है वह बोर न होने लगे और फिर उतने ध्यान से सुने ही न, इसलिए short में ही अपनी बातों को explain करना चाहिये।
Consideration :-
आप जो भी message या information दे रहे हैं तो second person जो उसे सुन रहा है जो receiver है, उसे ध्यान में रखकर ही communicate करें। Message या Information देते वक़्त आप कुछ ऐसा न बोल दें जिससे उनको बुरा लग जाये इसलिए आपको अपनी audience या receiver के हिसाब से से भी सोचना चाहिए कि क्या बोलना उनके लिए सही है और क्या नहीं।
Concreteness :-
जो भी हम communication कर रहे हैं किसी को कोई information दे रहे हैं तो उस information का solid proof होना चाहिए, एक logic होना चाहिए और जो बात है जो fact हैं उसके बारे मे बताना चाहिए। बात को घुमा-फिरा कर करने से communication effective नहीं होगा। अगर आप कहीं कोई lecture दे रहे हैं तो figures में भी कुछ बता सकते हैं।
Correctness :-
अगर आपको कोई भी information किसी दूसरे person को देनी है तो वह information correct होनी चाहिए सही होनी चाहिए। आपको कोई भी ऐसी information नहीं देनी चाहिए जिसके बारे में आप खुद sure नहीं हैं कि वह सही है या नहीं। उसमें कोई grammatical error नहीं होनी चाहिए जो appropriate या सही word हैं उन्हें use करना चाहिए। अगर आपकी information correct होती है तो इससे आपका confidence बढ़ता है।
Courtesy :-
Courtesy का मतलब होता है विनम्रता या शिष्टाचार। जब भी आप किसी से कोई communication करें कोई information या message share करें तो वह polite way में होना चाहिए, आपका जो भी behaviour है वो helpful nature का होना चाहिए।
आज के इस article में इतना ही,उम्मीद करता हूँ आपको Seven C’s Of Business Communication के बारे में समझ में आ गया होगा। इसे Facebook या Whatsapp के through अपने दोस्तों को भी Share करें। अगर आप Business Communication के और भी article को पढ़ना चाहते हैं जैसे Meaning Of Business Communication या What Is Communication Process तो इस पर Click करके आप इसके बारे में भी अच्छे से समझ सकते हैं। अगर आपको कोई doubt है या कोई suggestion है तो आप मुझे नीचे comment करके भी बता सकते हैं।
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