Characteristics of Accounting? (एकाउण्टिंग की विशेषतायें)-

Characteristics of Accounting by Accounting Seekho
Characteristics of Accounting (एकाउण्टिंग की विशेषतायें) –

इस पोस्ट में हम Accounting की Characteristics के बारे में बहोत ही easy points के through समझ सकते हैं ..इन 5 points में एकाउंटिंग की Characteristics को अच्छे से समझा जा सकता है

1. Accounting is an Art as well as Science –

Accounting की पहली  विशेषता यह है कि यह एक Art और Science दोनों है जिसमें records को maintain करके Accounts को arrange किया जाता है, जिसके base पर Financial Statements prepare किये जाते हैं और business पर उसके effect को explain किया जाता है, आगे इसे और अच्छे से समझते हैं –

Accounting is an Art –

Accounting को हम Art इसलिए कहते हैं क्योंकि इसमें इतने सारे steps involve होते हैं जो systematic होते हैं और सबका एक proper format होता है, जिसके according हम transactions को easily record करते हैं।

Accounting is a Science –

Accounting को हम Science इसलिए कहते हैं क्योंकि science specific और static है चाहे कोई भी rules हों, principles हों, या फिर Accounting Standard जो जैसा है उसे वैसा ही use करना है यहाँ हम अपनी कोई knowledge या point of view नहीं रख सकते हैं। अगर हम Balance Sheet की ही बात करें तो कहाँ assets को show करेंगे, कहाँ liabilities होंगी, कौन-कौन से transactions हैं जिन्हें Profit and Loss Account में show करना होता है, या ऐसे कौन-कौन से हैं जिन्हें Balance Sheet में show करना है, मतलब जैसा Accounting का rule और principle है उसी के according सारा कुछ apply किया जाता है।

Characteristics of Accounting by Accounting Seekho

2. Recording financial transactions only –

            इससे पहले की post What is Accounting in Hindi में मैंने Financial Transactions के बारे में बताया था एक business में बहोत सारे transactions होते हैं जो business के लिए बहोत important भी होते हैं, पर Accounting में सिर्फ वही transactions को record किया जाता है जो financial nature के होते हैं बाकी के transactions या non-financial transactions को record नहीं किया जाता है।

For example – manager या salesman की कोई बहस या लड़ाई हो जाना, empolyees का किसी strike पर होना etc. इन सारे events के through business की earning ज़रूर affect होती है, पर कोई इसके effect को money के term में measure नहीं कर सकता है, इसी तरह कोई manager या employee बहोत honest हैं या efficient हैं तो इसकी भी calculation नहीं कि जा सकती है, इसलिए इन सारी बातों को business की books में record नहीं किया जाता है।

3. Recording in terms of money –

इसकी meaning यह है कि business के हर एक transactions को record करना जिसमें money involve होता है। जैसे अगर business में कोई एक furniture purchase किया गया है जो ₹25,000 का है तो उसकी values को book में record कर लेंगे, पर अगर कोई assets receive करता है जैसे – 5 Machines, 10 Tables, 20 Chairs या और भी इसी तरह जिसका कोई money measurement नहीं है यानी वो useful information नही देती है कि वह कितने की है, तो इस तरह की assets को तब तक record ही नहीं करेंगे जब तक कि उसकी value न पता चले, क्योंकि इसे हम units में नहीं show कर सकते हैं, जो हमारा Profit and Loss Account और Balance Sheet है वहाँ पर हमें in terms of money में ही show करना होता है। अगर इनकी values दी हुई होती है तो वे हमें तुरन्त information provide करते हैं, जैसे – Machines- ₹50,000, Tables- ₹30,000, Chairs- ₹20,000. तो  इस तरह इसे हम easily record कर सकते हैं।

4. Interpretation –

Accounting में जब किसी business के results को Trading and Profit & Loss Account और Balance Sheet के through एक systematic manner में present किया जाता है, तो जो भी parties उस business में interested होती हैं जैसे :- managers, banks, creditors etc. इन सबको इस business की profitability और financial position की पूरी information होती है।

5. Communication –

Accounting की last characteristics यह है कि accounting में communication include होता है जिसके through business के financial data उसके users तक पहुँचते हैं जो उस data को analyse करके important decisions लेते हैं।

 

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