Barriers Of Business Communication In Hindi – व्यापार संचार की बाधाएं

Barriers Of Business Communication In Hindi - व्यापार संचार की बाधाएं
Barriers Of Business Communication In Hindi - व्यापार संचार की बाधाएं

Hello दोस्तों ! Accounting Seekho में आपका स्वागत है। आज का हमारा article Business Communication के बारे में है और इस article में हम जानेंगे व्यापार संचार की बाधाएं Barriers Of Business Communication In Hindi के बारे में, अब ये barriers क्या होते हैं? Communication में इसका क्या मतलब होता है? इसके बारे में हमें जानना बहोत ज़रूरी है तभी हम अपने Communication को और effective बना सकते हैं। तो आइये अब इसकी Meaning, Definition के साथ-साथ इन Types Of Barriers ( बाधाओं के प्रकार ) को भी अच्छे से समझते हैं।

Meaning Of Barriers

सबसे पहले Barriers का मतलब समझते हैं- Barriers का मतलब होता है बाधाएँ या रुकावट। Barriers Of Communication का मतलब होता है कि जब कोई communication किया जाता है तो उसमें कभी-कभी कोई रुकावटें आती हैं जो communication process को disturb कर देती हैं अर्थात communication ठीक तरीके से नहीं हो पाता है। Sender जो message या information लोगों को देना चाहता है वह इन रुकावटों की वजह से ठीक से नहीं दे पाता है या फिर कभी-कभी वह अपना message सही से deliver कर भी देता है पर किसी वजह से जो receiver या audience हैं वो उसे सही से समझ नहीं पाते हैं।

Definition Of Communication Barrier –

“A Communication Barrier is anything that prevents us from receiving and understanding the messages of others use to convey their information, ideas and thought.”

(यह जो barriers या रुकावटें होती हैं यह कुछ भी हो सकती हैं जो हमें सन्देशों को प्राप्त करने और उसे समझने से रोकती हैं जो उनकी किसी जानकारी, विचारों को व्यक्त करने के लिए उपयोग करते हैं।)

अब Communication तभी complete होता है जब sender जो बात या message receiver तक पहुंचाना चाहता है और receiver भी उस message को उसी तरह समझ कर अपना valuable feedback sender को देता है तब हम कह सकते हैं कि Communication Process complete हुई है, पर कभी receiver उस message को वैसे नहीं समझ पाता है जैसा sender उसे समझाना चाह रहा है कुछ रुकावटें आ जाती हैं misunderstanding हो जाती हैं जिनकी वजह से communication complete नहीं हो पाता है। अब यह misunderstanding कई reason से हो सकती है तो इन्हें ही हम Barriers” कहते हैं।

इस प्रकार यह जो barriers होते हैं यह कई तरीके के होते हैं जिनके बारे में हमें जानना बहोत ज़रूरी है, तो आइये अब आगे जानते हैं Types of communication barriers in hindi के बारे में –

 

Types Of Communication Barriers –
Physical Barriers –

Physical Barriers उसे कहते हैं जब ज़्यादा noise के होने से ज़्यादा शोर होने से या फिर distance के ज़्यादा होने से आप किसी से communication ठीक से नहीं कर पाते हैं। Business में किसी से कोई meeting करते वक़्त बाहर अगर ज़्यादा शोर हो रहा है या फिर उसी जगह किसी की कोई noise हो रही है और आप सामने वाले कि बातों को सही से सुन नहीं पा रहे हैं या फिर सामने वाले को कुछ बताना चाह रहे हैं पर ठीक तरीके से बता नहीं पा रहे , तो यह Physical Barriers होंगे।

Semantic Barriers –

Semantic Barriers को हम Language Barriers भी कहते हैं। जो barriers sender और receiver के बीच misunderstanding की वजह से होते हैं, उसे Semantic Barriers कहते हैं। ये words की वजह से भी हो सकते हैं या फिर language की वजह से भी हो सकते हैं। जो हमारे words होते हैं तो एक word की कई meaning होती हैं। अब sender उस word को किसी और meaning के लिए use किया पर receiver ने उस word की कोई और meaning निकाल ली तो वह कुछ और समझ लिया तो यहाँ पर misunderstanding हो गयी। इसी तरह कोई lower level का employee है वह english नहीं जानता है पर supervisor उसे english में कुछ बता रहा है तो वह employee उसे समझ नहीं पायेगा, तो यह Language barrier होगा।

Organisational Barrier –

ऐसे barriers जो किसी organisation में manager और employees के बीच होता है वह Organisational Barrier कहलाता है। अब कभी-कभी organisational structure इतना complicated होता है कि किससे किसको communicate करना है यही नहीं पता होता है। उस organisation के rules regulation क्या हैं? उसकी policy क्या है? किसी को पता ही नहीं होती हैं। या फिर वहाँ के rules इतने strict होते हैं कि employees अपने superior से कुछ कहना तो चाहते हैं पर कुछ कह नहीं पाते हैं communication पूरा नहीं हो पाता है, कहीं न कहीं misunderstanding हो जाती है।

Phycological Barriers –

इसे हम Emotional Barriers भी कहते हैं। अब कोई person है जो emotionally mature है वह communication effectively कर सकता है, पर जो अपने emotion को control नहीं कर पाते हैं anger, frustration उनके face पर ही दिखता है, जिनकी वजह से वे सही business decision नहीं ले पाते हैं, सामने वाले person से सही से communicate नहीं कर पाते हैं, तो इस तरह Emotional Barriers के होने से भी communication ठीक से नहीं हो पाता है

Personal Barriers –

Personal Barrier वो होते हैं जो हमसे जुड़े होते हैं जैसे –

Lack Of Ability To Communicate – Communication करना ही सही से नहीं आता है।

Lack Of Confidence – अपनी बात सही से किसी को बता ही नहीं पाते हैं,हमारे अन्दर confidence की कमी है।

Lack Of Time – किसी की बात को अच्छे से सुनने के लिए पूरा time ही नहीं देते हैं।

तो इस तरह जो हमारी गलती की वजह से जो Communication पूरा नहीं हो पाता है वह Personal Barriers कहलाता है।

दोस्तों आज के इस article में इतना ही,उम्मीद करता हूँ आपको Barriers Of Business Communication के  बारे में समझ में आ गया होगा। इसे Facebook या Whatsapp के through अपने दोस्तों को भी Share करें। अगर आपको कोई doubt है या कोई suggestion है तो आप मुझे नीचे comment करके बता सकते हैं। Business Communication के और भी article को पढ़ना चाहते हैं जैसे Meaning Of Business Communication  या What Is Communication Process तो इस पर Click करके आप इसके बारे में भी अच्छे से समझ सकते हैं।

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