Meaning of product planning in hindi

Hello दोस्तों ! Accounting Seekho में आपका स्वागत है। आज का हमारा article “Principles Of Marketing” के बारे में है और इस article में हम जानेंगे “Product Planning” के बारे में, इसमें हम इसकी Meaning, Definition And Scope Of Product Planning के बारे में समझेंगे। इसके अलावा Marketing के और भी बहोत से article हमारी website पर available हैं, आप उन article को भी पढ़ सकते हैं।

Meaning Of Product Planning –

Product Planning दो शब्दों से मिलकर बना है – (Product + Planning) Product का मतलब ऐसी कोई चीज़ या कोई सेवा जिससे ग्राहकों की ज़रूरतों को पूरी करते हुए उन्हें सन्तुष्ट कर सकें। Planning का मतलब होता है आगे जब किसी product को बनाने के लिए सारी चीज़ों के बारे में सोचते हैं, सही निर्णय लेते हैं।

इस तरह Product Planning  में वह सारी activities involve होती हैं या शामिल होती हैं जिसे कंपनी उसे market में sell करने के लिए भेजती है, और उसे इस तरह से तैयार करती है या उन product को बनाती है ताकि वह product consumer को पसंद आए और profit generate करे। इस product planning में वो सारे decisions शामिल होते हैं। जैसे product का production कैसे करना है? Sales कैसे करनी है? उस product से related packaging, labelling, warranty, guarantee, branding सारी चीजों के बारे में पहले से ही planning की जाती है।

इस तरह किसी product को बनाने के लिए नए ideas ढूंढना और इन ideas को systematically उस product को बनाने में convert करना यही Product Planning है।

Definition Of Product Planning –

“Product Planning is one of the important product policy decisions. Such decisions about a product are the timing of its production, it’s quality, weight, size, packing etc. are covered under Product Planning.”

Product Planning को हिंदी में हम उत्पाद नियोजन कहते हैं। किसी product को बनाने के लिए इसमें निर्णय लिए जाते हैं कि उसके production की timing क्या होगी? कितनी quantity में बनाया जाएगा? उसका weight क्या होगा? और उसकी packing कैसी होगी? यह सारी चीजें Product Planning में आती हैं।

In short –

“Product Planning is the process of developing successful products to offer your customers.”

Scope Of Product Planning –

उत्पाद नियोजन के क्षेत्र को हम नीचे दिए गए points के द्वारा अच्छे से समझते हैं –

1 – Product Decision –

इसमें सबसे पहले यह decide करना है कि हमें किस तरह के product बनाना है? कौन – सा product बनाना है? और किस तरह के customer के लिए बनाना है। इस तरह एक product को बनाने से सम्बन्धित जब सारे निर्णय लिए जाते हैं तो वह इस Product Decision के अंतर्गत आता है।

2 – Product Quality –

product quality by accounting seekho
product quality by accounting seekho

जब product final हो जाता है कि कौन – सा product बनाना है? तब उसकी quality के बारे में सोचा जाता है कि उसकी quality क्या होगी? उसमें क्या-क्या features होने चाहिए? वह प्रोडक्ट दिखने में कैसा होगा? उसकी appearance, durability etc. Product की quality के ऐसे सभी aspects को ध्यान में रखा जाता है।

3 – Product Design And Size –

product design and size by accounting seekho
product design and size by accounting seekho

एक प्रोडक्ट की जो design और उसकी जो size अर्थात आकार है वह attractive होना चाहिए, तभी एक customer आपके competitor की तरफ ना जाकर आपके product को खरीदेगा। अगर product की size की बात करें तो इसमें इस बात का ध्यान रखें कि वह product हर size में available होना चाहिए, तभी उसे हर तरह के customer खरीदेंगे क्योंकि सभी customer एक जैसे नहीं होते हैं, अगर किसी के पास कम पैसे हैं तो वह छोटे size लेकर इस्तेमाल कर सके।

4 – Product Colour –

product colour by accountingseekho
product colour by accountingseekho

Market research के द्वारा आप product के colour को decide कर सकते हैं कि आज के जो customer हैं वो किस तरह के colour को ज्यादा पसन्द करते हैं। आप अपने customer की पसन्द के colour को ध्यान में रखकर एक attractive product बना सकते हैं, क्योंकि attractive colour customer को उनके product को खरीदने के लिए ज्यादा प्रेरित करते हैं।

5 – Product Price –

ऊपर दिए गए इन सारे points के बारे में निर्णय लेने के बाद एक बहुत ही important part होता है उस product का price decide करना अर्थात उसका मूल्य निर्धारण करना कि अब जो product है उसका मूल्य क्या रखें? Product के मूल्य का निर्धारण करना एक बहुत ही difficult task है, क्योंकि price ना तो बहुत ज्यादा होना चाहिए और ना ही कम। Price अगर ज्यादा होगा तो customer उसे pay नहीं कर पाएंगे उस product को खरीदेंगे ही नहीं, और इतना कम भी नहीं होना चाहिए कि फिर उस बिजनेस को ही नुकसान होने लगे।

6 – Product Branding –

आज की जो market है वह buyer’s market है अर्थात क्रेता बाजार है और आजकल competition भी बहुत ज्यादा है इसलिए किसी product brand के बारे में decision लेना, उसकी planning करना, customer को ज्यादा attract करते हैं। आजकल जो consumer हैं वह branded products को ज्यादा इस्तेमाल करते हैं यह ब्रांड किसी product को एक specific नाम दे देते हैं, जिससे customer उन्हें याद रखता है। इस तरह brand में कोई नाम हो सकता है, कोई symbol, या किसी तरह की design कुछ भी हो सकता है जिससे वह प्रोडक्ट और लोगों के बीच में एक अलग पहचान बनाता हो।

7 – Product Packaging –

Packaging का मतलब किसी भी product को भेजने के लिए उसे अच्छे से cover करना, उसकी packing करना। कोई भी ऐसी चीज जिसका इस्तेमाल करके आप अपने product को सुरक्षित रख सकते हैं। अब इस packing के भी कई types होते हैं इसके बारे में हम packing के एक अलग article समझेंगे। किसी product की packing भी customer को बहुत ज्यादा attract करती है अपनी ओर आकर्षित करती है, क्योंकि सबसे पहले customer उस packing को देखते हैं ना कि उसके अंदर के product को देखते हैं।

दोस्तों आज के इस article में इतना ही, उम्मीद करता हूँ आपको Product Planning और Scope Of Product Planning के बारे में समझ में आ गया होगा। अगर आप Marketing की Meaning Definition इसके Elements , और Stages Of Marketing के बारे में भी जानना चाहते हैं तो आप इसके ऊपर click करके इसे भी समझ सकते हैं। अगर आपको कोई doubt है या कोई suggestion है तो आप मुझे नीचे comment करके भी बता सकते हैं।

अगर आप हमारी Website Accounting Seekho की Latest Update पाना चाहते हैं तो हमारे Facebook Page को Like करें ताकि New Article की Notification आपको मिलती रहें। हमारे इस article को अपना कीमती समय देकर पढ़ने के लिए धन्यवाद, आपका दिन शुभ हो।

Leave a Reply