Communication Process In Hindi (सम्प्रेषण प्रक्रिया) –
Business Communication Business को अच्छे तरीके से चलाने की एक Important Process है क्योंकि business को चलाने में अलग-अलग लोगों से contact करना पड़ता है, अपनी बातों को दूसरों तक पहुँचाना व समझाना होता है तो इसके लिए Communication Process In Hindi को समझना बहोत ज़रूरी है क्योंकि कोई भी businessman अगर चाहता है कि वह ज़्यादा Profit कमाए, अपने goals को पूरा कर पाए तो यह सब कुछ वह Effective Communication के through ही कर सकता है, तो अब हम Communication Process Kya Hai इसको समझते हैं। ये निम्नलिखित हैं –
1. Sender (प्रेषक) –
वह person जो किसी सन्देश (message), आदेश (order) या सूचना (information) को देता है या दूसरों तक पहुँचाता है उसे Sender (प्रेषक) कहते हैं। Communication के समय यह अपने विचारों को दूसरों के सामने रखता है, Communication Process में Sender का role बहोत ही important होता है।
2. Message (सन्देश) –
Message ही Communication का main subject होता है। Sender जब किसी को कोई Message भेजता है तो वह इसमें अपने मन में आये हुए विचारों को भेजता है और यह किसी भी रूप में हो सकता है जैसे – आदेश, निर्देश, सूचना, निवेदन आदि। यह Message लिखित, मौखिक कुछ भी हो सकता है।
3. Encoding (संकेत भाव) –
Encoding वह है जब हम सूचनाओं (information) को समझने के लिए संकेतों का प्रयोग करते हैं। ये संकेत शब्दों, संख्याओं, चित्रों या शारिरिक भाव के रूप में भी हो सकते हैं।
4. Medium (माध्यम) –
Message (सन्देश) को जिस तरीके से प्राप्तकर्ता (Receiver) को भेजे जाते हैं या सन्देश भेजने के लिए जिन साधनों का प्रयोग किया जाता है उसे Medium (माध्यम) कहते हैं। यह आमने-सामने हो सकता है, letter के द्वारा हो सकता है, ई-मेल या फिर टेलीफोन आदि। माध्यम चाहे जैसा भी हो जिसके लिए message भेजा जा रहा है वह उस तक पहुँच जाए और उसे समझ में भी आ जाये।
5. Decoding (संकेतवाचन) –
Decode का मतलब उस message को अपनी भाषा में समझना जो message उसे प्राप्त हुआ है। अपने ज्ञान और अनुभव के आधार पर सन्देश को उसी रूप में समझना जिस तरह प्रेषक उसे समझाना चाह रहा है।
6. Receiver (प्राप्तकर्ता) –
जिसके लिए सन्देश भेजा जाता है या जो सन्देश को प्राप्त करता है उसे Receiver (प्राप्तकर्ता) कहते हैं। प्राप्तकर्ता को चाहिए कि सन्देश को प्राप्त करे और उसे समझने का प्रयास करे। Communication Process में Sender और Receiver दोनों ही important होते हैं।
7. Feedback (प्रतिपुष्टि) –
Feedback Communication Process का last और important part है इसके बिना कोई भी Communication Process पूरी नहीं होती है। किसी भी message को जब Receiver की ओर से इस बात की पुष्टि होना की उसने मैसेज को प्राप्त कर लिया है और उसे समझ लिया है उसे Feedback (प्रतिपुष्टि) कहते हैं। जैसे A ने B से कुछ कहा, B ने उसी तरह उसे समझा और फिर उसके बारे में कुछ कहा यह Feedback कहलाता है।
तो दोस्तों आज के इस article में इतना ही,उम्मीद करता हूँ आपको Communication Process In Hindi के बारे में समझ में आ गया होगा। इसे Facebook या Whatsapp के through अपने दोस्तों को भी Share करें। अगर आप What Is Communication In Hindi और Meaning Of Business Communication In Hindi के बारे में भी जानना चाहते हैं तो इस पर Click करके आप इसके बारे में भी अच्छे से समझ सकते हैं।
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